
रायपुर
विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने आज अपने राजनांदगांव निवास कार्यालय परिसर में आयोजित चरण पादुका वितरण कार्यक्रम में भाग लिया। इस अवसर पर उन्होंने तेन्दूपत्ता संग्राहकों को चरण पादुका वितरित किए एवं “एक पेड़ मां के नाम” अभियान के अंतर्गत पौधरोपण भी किया।
विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सिंह ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं से गरीब, श्रमिक एवं वनवासी वर्ग के लोगों के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन आ रहा है। वन क्षेत्रों में तेन्दूपत्ता संग्राहकों के लिए चरण पादुका योजना जरूरी है, जिससे उनके पैर कांटे, कंकड़ और अन्य प्राकृतिक कठिनाइयों से सुरक्षित रहें। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय द्वारा तेन्दूपत्ता की समर्थन मूल्य दर में वृद्धि करते हुए प्रति मानक बोरा 4000 से बढ़ाकर 5500 रूपए कर दिया गया है, जिससे संग्राहकों और लघुवनोपज समितियों को आर्थिक रूप से लाभ मिला है। वर्ष 2025 में जिले के 18,332 तेन्दूपत्ता संग्राहकों को 10 करोड़ 70 लाख रूपए की राशि का भुगतान किया गया है।
डॉ. सिंह ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण हेतु प्रारंभ “एक पेड़ माँ के नाम” अभियान एक सराहनीय पहल है। वृक्षारोपण से न केवल हरियाली बढ़ेगी, बल्कि जल संरक्षण और जलवायु संतुलन में भी सहायता मिलेगी। उन्होंने जिले में इस अभियान को गति देने तथा लक्ष्यानुसार अधिक से अधिक पौधरोपण करने का आग्रह किया।
इस अवसर पर वनमंडलाधिकारी आयुष जैन ने बताया कि जिले में 18 प्राथमिक लघुवनोपज सहकारी समितियों के माध्यम से तेन्दूपत्ता संग्रहण कार्य संचालित किया जा रहा है। इन समितियों के माध्यम से अब तक 19,645 संग्राहकों को चरण पादुका का वितरण किया गया है। कार्यक्रम में जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती किरण वैष्णव, जिला सहकारी केंद्रीय बैंक अध्यक्ष सचिन बघेल, पूर्व सांसद प्रदीप गांधी, कोमल सिंह राजपूत, रमेश पटेल, संतोष अग्रवाल, राजेश श्यामकर, कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेन्द्र भुरे, पुलिस अधीक्षक मोहित गर्ग, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत सुसुरूचि सिंह सहित वन विभाग के अधिकारी-कर्मचारी एवं बड़ी संख्या में हितग्राही उपस्थित रहे।
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