August 17, 2025

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स्वास्थ्य परेशान? ये वास्तु दोष कर सकते हैं बार-बार बीमार

 

 

मौसम के बदलने के साथ ही बीमारियों का होना सामान्य बात है। मगर, क्या एक के बाद एक घर का कोई न कोई सदस्य किसी न किसी बीमारी से परेशान रहता है। काफी कोशिशें करने के बाद भी बीमारी घर से जाने का नाम नहीं ले रही है। श्री लक्ष्मीनारायण एस्ट्रो सॉल्यूशन अजमेर की निदेशिका ज्योतिषाचार्या एवं टैरो कार्ड रीडर नीतिका शर्मा ने बताया कि भारतीय वास्तु शास्त्र में बताया गया है कि हमारे घर की संरचना, दिशा और ऊर्जा हमारे स्वास्थ्य पर गहरा प्रभाव डालती है। अगर घर में नकारात्मक ऊर्जा या वास्तु दोष हो, तो व्यक्ति बार-बार बीमार पड़ सकता है। एक स्वस्थ्य शरीर ही व्यक्ति का सबसे बड़ा धन होता है। कई बार ऐसा होता है कि व्यक्ति पूरी सावधानी रखने के बाद भी बार-बार बीमार पड़ने लगता है। इसका कारण खराब जीवनशैली और रोगप्रतिरोधक क्षमता का कम होना होता है लेकिन इसके अलावा वास्तु के सही न होने के कारण भी आपको रोग घेरने लगते हैं। यदि ऐसा है, तो संभवतः आपके घर में वास्तु दोष हो सकता है। ऐसे में आप वास्तु के कुछ उपाय करके इसे ठीक भी कर सकते हैं। इन उपायों को करने से आपके घर की निगेटिव एनर्जी भी दूर होगी, जिसका असर लोगों के मानसिक स्वास्थ्य और परिवार की संपन्नता पर भी पड़ेगा।

वास्तु विशेषज्ञ नीतिका शर्मा ने बताया कि अगर घर में नकारात्मक ऊर्जा या वास्तु दोष हो, तो व्यक्ति बार-बार बीमार पड़ सकता है। घर में वास्तु का काफी गहरा महत्व होता है। वास्तु शास्त्र में भी कहा गया है कि हमारे घर की संरचना, दिशा और ऊर्जा उसमें रहने वाले लोगों के हेल्थ पर गहरा प्रभाव डालती है। आपके घर में निगेटिव एनर्जी या वास्तु दोष है तो वहां कोई न कोई बीमार हो सकता है। यदि घर में किसी प्रकार का वास्तु दोष हो तो आपको न केवल आर्थिक, पारिवारिक बल्कि स्वास्थ्य संबंधित समस्याओं का सामना भी करना पड़ता है। ऐसे में घर का वास्तु ठीक होना भी बहुत आवश्यक होता है। वास्तु में कुछ उपाय बताए गए हैं, जिनको करने से आप रोगों से छुटकारा पा सकते हैं।

जानें रोगों का कारण और उपाय
वास्तु विशेषज्ञ नीतिका शर्मा ने बताया कि वास्तु शास्त्र के अनुसार यदि आपके घर की उत्तर या उत्तर पूर्व दिशा बंद हो या फिर दक्षिण-पश्चिम दिशा खुली हो तो इससे लगने वाले वास्तु दोष के कारण आपको धन संबंधित समस्याओं के साथ खराब स्वास्थ्य का सामना भी करना पड़ता है। वास्तु शास्त्र के अनुसार यदि आपके घर की दक्षिण दिशा में दोष हो तो आपको अपने पितरों का स्मरण करना चाहिए। जिससे आपको उनका आशीर्वाद मिलता रहे। रसोई में खाना बनाते समय सही दिशा में मुख रखना आवश्यक होता है यदि खाना बनाते समय आपका मुख दक्षिण दिशा में रखते हैं तो इससे भी कमर दर्द, जोड़ो में दर्द जैसी स्वास्थ्य समस्याएं होने लगती हैं। इसलिए खाना बनाते समय अपना मुख हमेशा पूर्व दिशा में रखें। घर की ईशान दिशा यानि उत्तर पूर्व स्थान बहुत ही पवित्र माना जाता है। यदि कोई इस दिशा में शौचालय या फिर सीढ़ियां बनवाता है तो इस स्थिति में वास्तु दोष उत्पन्न होता है। जिसके कारण आपको मानसिक तनाव या मस्तिष्क से जुड़े रोगों का सामना करना पड़ सकता है। घर के ईशान कोण में हमेशा हल्का सामान और देवस्थान बनाना शुभ रहता है।