
भोपाल
मध्य प्रदेश में मॉनसून ने रफ्तार पकड़ ली है और ये लगभग पूरे प्रदेश में एक्टिव हो चुका है. रविवार को राजधानी भोपाल में मॉनसून की जोरदार बारिश हुई. रविवार सुबह शुरू हुई बारिश दोपहर तक धीमी-धीमी चलती रही और दोपहर तीन बजे तक भोपाल में 1 इंच पानी बरस गया. वहीं मुरैना और उससे लगे इलाकों में मॉनसून की शुरुआती बारिश में ही बाढ़ जैसे हालात बन गए.
कोलारस में स्कूल पानी से घिरा, कई टीचर फंसे
मध्य प्रदेश के कई जिलों में सोमवार को भी बारिश का दौर जारी है। शिवपुरी जिले में भारी बारिश के चलते कोलारस के लुकवासा में ज्ञानस्थली स्कूल में बाढ़ जैसे हालात हैं। जानकारी के मुताबिक स्कूल में कुछ टीचर फंसे हुए हैं, जिन्हें निकालने के एसडीईआरएफ की टीम का रेस्क्यू जारी।
मध्य प्रदेश में बारिश का रेड अलर्ट
आईएमडी के मौसम वैज्ञानिक डॉ. अमित भारद्वाज के मुताबिक, '' मध्य प्रदेश के ऊपर 1.5 किमी की ऊंचाई पर मॉनसून की एक ट्रफ लाइन बनी हुई है. यह अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से तेजी से नमी खींच रही है. ये ट्रफ लाइन राजस्थान, एमपी से लेकर पश्चिम बंगाल तक गई है, जिस वजह से 23 से 24 जून तक कई जगहों पर भारी से भारी बारिश के आसार हैं.''
आज कहां कहां होगी बारिश
आज उज्जैन, आगर मालवा, राजगढ़, शाजापुर में भारी से भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी है. वहीं देवास, नीमच, इंदौर और मंदसौर में तेज बारिश का अलर्ट है. इसके अलावा भोपाल, खंडवा, बैतूल व नर्मदापुरम में सामान्य बारिश हो सकती है.
मुरैना में बारिश से हालात बिगड़े
मॉनसून ने चम्बल-अंचल में दस्तक देते ही मुरैना जिले का बुरा हाल कर दिया है. पहले तीन दिन की लगातार बारिश के बाद रविवार को भी सुबह से झमाझम बारिश देखने मिली. जिला मुख्यालय सहित अन्य कस्बों में मॉनसून की शुरुआती बारिश से बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं. सबलगढ़ में टोंगा तालाब ओव्हर फ्लो होने से तीन गांव जलमग्न हो गए. वहीं, कैलारस में भी हालात असामान्य होने से जौरा विधायक ने पानी मे धरना देने का ऐलान कर दिया है.
श्योपुर जिले में भारी बारिश के चलते पार्वती नदी उफान पर है। बड़ौदा के पास कुहंजापुर पुलिया पर पानी ऊपर आने से श्योपुर-बारां हाईवे बंद हो गया है। दोनों तरफ से आवाजाही रुकी है।
शिवपुरी में एक घर में आकाशीय बिजली गिरने से घर के खिड़कियों में दरारें आ गईं। वहीं, अशोकनगर जिले में पिछले दो दिनों से लगातार हो रही बारिश ने जन जीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। सोमवार सुबह मुंगावली में भारी बारिश के कारण सड़कों और गलियों में पानी भर गया है। कई जगह लोगों के घरों में भी पानी घुस गया है। गुना में भी यही हालात हैं।
24 घंटे में 25 से ज्यादा जिलों में बारिश, गुना में 5.8 इंच पानी बरसा मध्यप्रदेश में पिछले 24 घंटे के दौरान 25 से ज्यादा जिलों में बारिश हुई। गुना में सबसे ज्यादा 5.8 इंच पानी गिर गया। नर्मदापुरम में 2.1 डिग्री, टीकमगढ़ में 2 इंच, मंडला में 1.4 डिग्री, ग्वालियर में 1 इंच बारिश हो गई। रायसेन, शिवपुरी, भोपाल, बालाघाट, खरगोन, रतलाम, दमोह, नरसिंहपुर, उमरिया, बैतूल, सिवनी, छिंदवाड़ा, इंदौर, उज्जैन, जबलपुर, छतरपुर, सागर समेत कई जिलों में बारिश का दौर चलता रहा।
साइक्लोनिक सर्कुलेशन (चक्रवात) और टर्फ के एक्टिव होने से मध्यप्रदेश में अगले 4 दिन तक बारिश का स्ट्रॉन्ग सिस्टम एक्टिव है। रविवार को पूरे प्रदेश में बारिश हुई। वहीं, सोमवार को उज्जैन में रेड, इंदौर-देवास में ऑरेंज अलर्ट है। मौसम विभाग ने इस सीजन में पहली बार उज्जैन समेत 4 जिलों में अति भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है।
मौसम विभाग के अनुसार, उज्जैन, शाजापुर, आगर-मालवा और राजगढ़ में अति भारी बारिश का रेड अलर्ट है। यहां 24 घंटे में 8 इंच से ज्यादा पानी गिर सकता है। नीमच, मंदसौर, इंदौर और देवास में ऑरेंज अलर्ट है।
जून में 10 गुना ज्यादा बारिश
मुरैना शहर की बात की जाए तो सरकारी और प्राइवेट बस स्टैंड में पानी घुटनों से ऊपर तक भर गया है. कई इलाकों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं.टोंगा तालाब से सटी बस्तियों के अलावा बुद्ध पुरा, कुतघान और रानीपुरा गांव में पानी भर गया है. तीनो गांवों में पानी भरने से लोगों के खाने-पीने के सामान सहित पशुओं का चारा भी नष्ट होने की कगार पर है. मौसम विभाग के अनुसार पिछले वर्ष की तुलना में जून माह में इस बार 10 गुना अधिक बारिश हो गई है.
मौसम विभाग के डॉ. हरविंदर सिंह के मुताबिक, '' 1 जून से 22 जून 2025 तक 105 एमएम बारिश रिकार्ड की गई है, जो पिछले साल की तुलना में 10 गुना अधिक है. तहसीलों में हुई बारिश का आंकड़ा देखें तो मुरैना में 110 एमएम, जौरा में 76 एमएम, सबलगढ़ में 69.8 एमएम, अंबाह में 62 एमएम और कैलारस में भी 62 एमएम बारिश रिकार्ड की गई है.''
टीकमगढ़ में रिकॉर्ड तोड़ बारिश
दूसरी ओर टीकमगढ़ में इस साल बारिश कई रिकॉर्ड तोड़ सकती है. दरअसल, जून के महीने में पिछले पांच सालों में यहां जितनी बारिश हुई, उससे ज्यादा पानी सिर्फ एक दिन में (9 इंच) ही बरस गया. इस वजह से टीकमगढ़ में भी हालात बिगड़ गए हैं. सड़कों जलमग्न हैं और घरों के अंदर पानी घुस गया है.
अधिकतम व न्यूनतम तापमान में गिरावट, गर्मी से राहत
मध्य प्रदेश में मॉनसून एक्टिव होने से ज्यादातर शहरों में भीषण गर्मी से राहत मिली है. रविवार को दिनभर बारिश से भोपाल में मौसम काफी सुहना हो गया और अधिकतम तापमान 26.6 डिग्री दर्ज किया गया. ये शनिवार के अधिकतम तापमान 32.4 डिग्री के मुकाबले 5.8 डिग्री कम रहा. इसी प्रकार जबलपुर, इंदौर और उज्जैन में अधिकतम तापमान 30 डिग्री से आसपास बना रहा. रविवार को पचमढ़ी हिल स्टेशन 17.2 डिग्री सेल्सियस के साथ सबसे ठंडा रहा.
सीएम ने दिए अलर्ट रहने के निर्देश
मॉनसून की तीव्रता देखते हुए मुख्यमंत्री मोहन यादव ने प्रशासनिक अधिकारियों को अलर्ट रहने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा, '' मॉनसून आ चुका है. इस दौरान किसी भी आपदा या विपरीत परिस्थिति के निवारण के लिए सभी जिलों के प्रशासन को सतर्क रहने एवं त्वरित राहत कार्यों के संचालन हेतु निर्देश दे दिए हैं. सरकार हर परिस्थिति में आपके साथ खड़ी है.
अगले 48 घंटे में कहां होगी बारिश?
मंगलवार 24 जून को मध्य प्रदेश के शिवपुरी, शहडोल, सागर, गुना, अशोकनगर में भारी बारिश के आसार हैं. वहीं विदिशा, रायसेन, दमोह, दतिया, ग्वालियर, पन्ना, कटनी, सहित भोपाल इंदौर और दूसरे जिलों में बारिश का दौर जारी रहेगा. इसी प्रकार बुधवार 25 जून को छतरपुर, सागर, दमोह, पन्ना, अशोकनगर और गुना भारी बारिश की संभावना है. अन्य जिलों में घने बादल छाए रहेंगे और अधिकतम तापमान में कमी आएगी.
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