भोपाल
प्रदेश में बारिश के कारण बन रही बाढ़ की स्थिति और लोगों को रेस्क्यू करने के हालातों को देखते हुए मुख्यमंत्री सचिवालय ने हर घंटे जिलों से रिपोर्ट मंगाना शुरू कर दिया है। मंगलवार को सुबह की रिपोर्ट में दर्जन भर जिलों में बारिश का दौर जारी है और कई जिलों में एयरलिफ्ट करने की स्थिति बन सकती है। नदियों और बांधों के जल स्तर को भी मानीटर किया जा रहा है।
आगर-मालवा जिले में सड़के एवं मार्ग जलभराव के कारण अवरुद्ध हुए हैं। कालीसिंध एवं कैथल नदी में जल स्तर बढ़ा हुआ है। तहसील सोयत में जलभराव के कारण लोगो को ऊंचे स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है। रतलाम में भारी बारिश के कारण जावरा में नया मालीपुर जमातखाना में फंसे लोगों को रेस्क्यू किया जा रहा है। शाजापुर के थाना सुनेरा के बमोरी ग्राम में तालाब/ डैम से पानी रिसाव की सूचना उपरांत प्रभावित होने वाले गाँवों को खाली कराकर लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया है। डैम को भी रिपेयर किया गया है जिससे पानी का रिसाव कम हो गया है। शुजालपुर में भी लोगों को ऊंचे स्थानों पर पहुंचाया गया है। मंदसौर में निचले क्षेत्र में रह रहे लोगों को सुरक्षा की दृष्टि से शिफ्ट किया गया है। नीमच जिले में पुलों एवं रपटों के पर से जल का बहाव हो रहा है। गुना जिले में पार्वती नदी का जल स्तर कम नहीं हो रहा है। चांचौड़ा तहसील के 2 गाँवों, कुम्भराज और राघोगढ़ तहसील के एक-एक गाँव में लोगों के फंसे होने पर रेस्क्यू टीमों को लगाया गया है। आवश्यकता होने पर एयर लिफ्टिंग हेतु हेलिकाप्टर भेजा जाना सुनिश्चित किया जाएगा। देवास जिले में नेमावर में नर्मदा नदी का जलस्तर 891 फिट हो गया है। नर्मदा नदी का जलस्तर धीरे-धीरे बढ़ रहा है। 14 लोगो को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। सीहोर जिले के बुधनी एवं नसरुल्लागंज में नर्मदा का जलस्तर कम हो रहा है। सुबह 5 बजे कोलार डेम के गेट बंद कर दिए गए हंै। कोलार नदी का जलस्तर भी कम होना शुरू हो गया है। इंदौर, डिडौरी, सिंगरौली, हरदा एवं उज्जैन में स्थिति नियंत्रण में है। सिवनी, नर्मदापुरम, बालाघाट, सागर, छिंदवाडा, श्योपुर, सीधी, सतना, अनूपपुर एवं धार में स्थिति सामान्य है।
आगामी 24 घंटों में वर्षा की स्थिति
24 घंटों से मध्य एवं पूर्वी मध्य प्रदेश में भारी बारिश हो रही है। आगामी घंटों में रतलाम, उज्जैन, इंदौर, धार, झाबुआ एवं अलिराजपुर में भारी वर्षा होने की संभावना है। जो नदियां अपने अधिकतम जलस्तर के करीब हैं या ऊपर बह रही हैं उनमें पार्वती नदी गुना में अपने अधिकतम जलस्तर पर बह रही है। नर्मदा नदी अपने अधिकतम जलस्तर से लगभग 2.88 मीटर नीचे बह रही है। नर्मदा नदी का जलस्तर 271.56 मीटर है। पन्ना में केन नदी अपने अधिकतम जल स्तर के करीब है। सतना में तमस नदी अपने अधिकतम जलस्तर से 2.5 मीटर नीचे बह रही है। प्रदेश में राजघाट, गांधी सागर, बरगी, तवा, हंडिया, मोहनपुरा, बारना, कोलार, ओमकारेश्वर, कलियासोत, भदभदा आदि बांधों में जलस्तर काफी बढ़ा हुआ है।
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