इंदौर
एनटीए छात्रा का पूरा रिकार्ड अपने जवाब के साथ कोर्ट में प्रस्तुत करे। छात्रा का कहना है कि उसने नीट में 161 प्रश्न हल किए थे बावजूद इसके उसे शून्य नंबर दिया गया है। ई-मेल पर उपलब्ध उसकी ओएमआर शीट पर एक भी उत्तर दर्ज नहीं है। इस शीट पर परीक्षार्थी के हस्ताक्षर की जगह जो हस्ताक्षर हैं वह भी उसके नहीं हैं, न ही उसकी अंगूठा छाप है। ऐसा है तो मामला गंभीर है। छात्रा का रिकार्ड तलब किया जाना चाहिए।
यह कहते हुए हाई कोर्ट ने एनटीए से याचिकाकर्ता छात्रा का रिकार्ड तलब किया है। मामला आगर मालवा जिले के ग्राम भैसोदा की लीपाक्षी पुत्री बद्रीलाल पाटीदार का है। उसने 17 जुलाई 2022 को हुई नीट की परीक्षा दी थी। 200 प्रश्नों में से 161 के जवाब दिए थे। उम्मीद थी कि उसे अच्छे नंबर आएंगे और मेडिकल कालेज में प्रवेश हो जाएगा, लेकिन 7 सितंबर को नीट का रिजल्ट आया तो उसे सभी विषय में शून्य मिला।
ई-मेल से ओएमआर शीट निकालने पर पता चला कि उसमें एक भी गोला भरा नहीं है। छात्रा ने एडवोकेट धर्मेंद्र चेलावत के माध्यम से नीट के परिणाम को हाई कोर्ट में चुनौती देते हुए याचिका दायर की। न्यायमूर्ति सुबोध अभ्यंकर की एकलपीठ के समक्ष याचिका की सुनवाई हुई। एडवोकेट चेलावत ने बताया कि कोर्ट ने एनटीए को छात्रा का परीक्षा से जुड़ा पूरा रिकार्ड प्रस्तुत करने को कहा है। मामले में अब 30 सितंबर को सुनवाई होगी। इसके पहले रिकार्ड प्रस्तुत करना होगा।
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