ग्वालियर
जिला मुख्यालय से लगभग सात किमी दूर श्रीराम टेकरी पर 150 फीट ऊंची पहाड़ी पर भगवान श्रीराम की 111 फीट ऊंची मूर्ति स्थापित होना है। इसके लिए पहुंच मार्ग का काम चल रहा है, तो रिटर्निंग वाल का कार्य पूरा हो चुका है। मूर्ति स्थापित करने बेस निर्माण का काम भी अंतिम चरण में है। उक्त ड्रीम प्रोजेक्ट का पंचायत मंत्री ने न्यास के सदस्यों के साथ जायजा लिया।
गौरतलब है कि अयोध्या में करीब डेढ़ साल पहले जिस दिन राम मंदिर निर्माण की नींव रखी गई थी, उसी दिन पुरापोसर स्थित राम टेकरी पर भगवान श्रीराम की 111 फीट ऊंची मूर्ति स्थापित करने के कार्य की शुरुआत की गई थी। मूर्ति का निर्माण ग्वालियर में हो रहा है, तो टेकरी पर मूर्ति स्थापित करने बेस तैयार हो रहा है। श्रद्धालुओं को टेकरी पर ऊपर पहुंचने पहुंच मार्ग का निर्माण कार्य भी जारी है। रिटर्निंग वाल का काम पूरा हो चुका है। इस संबंध में पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया ने बताया कि यह उनका ड्रीम प्रोजेक्ट है। क्योंकि, मंदिर निर्माण की प्रेरणा उन्हें स्वप्न से मिली थी। उस समय उन्हें मंत्री पद भी नहीं मिला था। इसी प्रेरणा से अभिभूत होकर उन्होंने सबसे पहले टेकरी पर बिजली का इंतजाम कराया था।
इसके बाद उन्होंने भगवान श्रीराम की मूर्ति स्थापित कराने का निर्णय लिया। मंत्री ने बताया कि उनकी कोशिश गुना को मध्यप्रदेश के पर्यटन नक्शे पर लाने की है। इसी दिशा में काम किया जा रहा है। इस पूरे प्रोजेक्ट पर 50 करोड़ रुपये खर्च होंगे। टेकरी के आसपास हाट बाजार, पंचवटी भी विकसित की जाएगी। इस परियोजना में तीन वर्षों से ज्यादा का समय लगेगा। यह मध्यप्रदेश की सबसे ऊंची प्रतिमा होगी। वर्तमान में सबसे ऊंची प्रतिमा जबलपुर के बरगी नगर में मां काली की है, जिसकी ऊंचाई 108 फीट है। निर्माण कार्यों की गतिविधियों का जायजा लेने के दौरान न्यास के सदस्य शैलेंद्र लुंबा व सुनील अग्रवाल भी मौजूद रहे।
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