नई दिल्ली
इंग्लैंड के हरफनमौला बेन स्टोक्स ने जब से वनडे क्रिकेट से संन्यास का ऐलान किया है तब से क्रिकेट के गलियारों में इस प्रारूप के भविष्य पर सवाल उठने लगे हैं। स्टोक्स ने वर्कलोड मैनेजमेंट का हवाला देते हुए 50 ओवर क्रिकेट से संन्यास लिया। इंग्लैंड टेस्ट टीम के कप्तान के इस फैसले के बाद क्रिकेट पंडियों ने चिंता जताना शुरू कर दी कि टी20 क्रिकेट के आने से वनडे क्रिकेट का भविष्य खतरे में हैं। अब इस मुद्दे पर भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने अपनी राय देकर दिल जीत लिया है। रोहित का कहना है कि उनका नाम ही वनडे क्रिकेट से बना है और सब बकवास की बातें हैं।
एक इवेंट में भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने कहा 'मेरा नाम ही वनडे क्रिकेट से बना है, सब बेकार की बातें हैं। लोग पहले टेस्ट क्रिकेट के बारे में ऐसी बातें कर रहे थे। मेरे लिए क्रिकेट महत्वपूर्ण है – प्रारूप जो भी हो। मैं यह कभी नहीं कहूंगा कि वनडे खत्म हो रहा है या टी20 खत्म हो रहा है या टेस्ट खत्म होने वाले हैं। काश कोई और प्रारूप भी होता, क्योंकि मेरे लिए खेल खेलना सबसे महत्वपूर्ण है।' उन्होंने आगे कहा 'बचपन से ही हमने भारत के लिए खेलने का सपना देखा था और जब भी हम एकदिवसीय मैच खेलते हैं तो स्टेडियम खचाखच भर जाते हैं, उत्साह बना रहता है। यह व्यक्तिगत पसंद है कि किस प्रारूप में खेलना है या नहीं, लेकिन मेरे लिए तीनों प्रारूप महत्वपूर्ण हैं।'
रोहित शर्मा ने इसी के साथ कहा कि टीम इंडिया को आईपीएल से काफी फायदा मिला है, इससे खिलाड़ियों को एक्सपोजर मिला है जिससे भारतीय टीम की बेंच स्ट्रेथ मजबूत हुई है। भारतीय कप्तान ने कहा 'मुझे नहीं पता कि लोग अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से पहले लीग खेलने के बारे में क्या सोच रहे हैं। दस और लीग होंगी, लेकिन आने वाले वर्षों में हमें पता चलेगा कि खिलाड़ी क्या पसंद करते हैं। लेकिन अभी तक, भारतीय क्रिकेट की स्थिति वही है – हम आईपीएल और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलते हैं। लोगों को एक्सपोजर मिल रहा है और हमारा उद्देश्य बेंच स्ट्रेंथ बनाना है, इसलिए जिम्बाब्वे में बहुत सारे खिलाड़ी हैं जो पहली बार दौरा कर रहे हैं – चाहे वह शाहबाज अहमद हों, राहुल त्रिपाठी हों – और यह एक अच्छा एक्सपोजर है।'
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