नई दिल्ली
ओलंपिक सिल्वर मेडलिस्ट मीराबाई चानू और 7 अन्य शीर्ष भारतीय वेटलिफ्टर मंगलवार को अमेरिका रवाना होंगे जहां वे सेंट लुई में साढ़े तीन हफ्ते के स्ट्रेंथ एंड कंडीशनिंग ट्रेनिंग कैंप में हिस्सा लेंगे. मीराबाई चानू के साथ 2022 कॉमनवेल्थ गेम्स के पदक विजेता जेरेमी लालरिनुंगा, अचिंता शेउली, संकेत सरगर, बिंदियारानी देवी, गुरदीप सिंह और 2018 कॉमनवेल्थ गेम्स चैंपियन आरवी राहुल तथा एशियन चैंपियनशिप की गोल्ड मेडलिस्ट झिली डालबेहड़ा सेंट लुई जाएंगे.
वेटलिफ्टिंग कोच विजय शर्मा ने कहा, ‘हम 23-24 दिन अमेरिका में रहेंगे. यह ऑफ सेशन है इसलिए हम वहां स्ट्रेंथ कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे.’ कॉमनवेल्थ गेम्स के दौरान कोहनी में चोट के कारण सर्जरी कराने वाले सरगर रिहैबिलिटेशन में हिस्सा लेंगे.
उन्होंने कहा, ‘इन सभी को छोटी-मोटी चोट हैं, जैसे गुरदीप की कलाई में चोट है. संकेत रिहैबिलिटेशन में हिस्सा लेगा. हम चाहते हैं कि वर्ल्ड चैंपियनशिप के लिए सभी पूरी तरह फिट हों.’ भारत के वेटलिफ्टर डॉ. आरोन होर्शिग के साथ काम करेंगे जो पूर्व भारोत्तोलक हैं और अब फिजिकल थेरेपिस्ट तथा स्ट्रेंथ एंड कंडीशनिंग कोच हैं.
मीराबाई चानू साल 2020 से होर्शिग से सलाह ले रही हैं. उन्होंने चानू की संतुलन से जुड़ी समस्या का समाधान करने में अहम भूमिका निभाई जिससे उनकी स्नैच तकनीक प्रभावित हो रही थी. उन्होंने कॉमनवेल्थ गेम्स से पहले मार्च में होर्शिग के साथ एक महीने के ट्रेनिंग कैंप में हिस्सा लिया था.
शर्मा ने कहा, ‘मीरा को अभी कोई समस्या नहीं है लेकिन हम वहां जा रहे हैं तो वह भी स्ट्रेंथ ट्रेनिंग में हिस्सा लेगी.’ सीनियर वेटलिफ्टर इस साल की एशियन चैंपियनशिप में हिस्सा नहीं लेंगे. उन्होंने इसके बजाय वर्ल्ड चैंपियनशिप पर ध्यान केंद्रित करने का फैसला किया है जो पेरिस ओलंपिक के लिए क्वालिफाइंग प्रतियोगिता है.
एशियाई चैंपियनशिप 6-16 अक्टूबर तक बहरीन के मनामा में होनी है. भारत अपनी ‘बी’ टीम को मैदान में उतारेगा जिसमें जूनियर भारोत्तोलक शामिल होंगे. शर्मा ने कहा, ‘कॉमनवेल्थ गेम्स से लौटे भारोत्तोलक एशियाई चैंपियनशिप में प्रतिस्पर्धा नहीं करेंगे. हम अपनी ‘बी’ टीम भेजेंगे.’
मुख्य कोच ने कहा, ‘ध्यान वर्ल्ड चैंपियनशिप पर है जो पेरिस ओलंपिक के लिए क्वालफाइंग प्रतियोगिता है.’ कोलंबिया के बगोटा में 5 से 15 दिसंबर तक होने वाली वर्ल्ड चैंपियनशिप साल 2024 के पेरिस ओलंपिक के लिए पहली क्वालिफाइंग प्रतियोगिता है.
भारतीय वेटलिफ्टिंग टीम ने इस महीने की शुरुआत में कॉमनवेल्थ गेम्स में 3 गोल्ड और इतने ही सिल्वर सहित 10 पदक जीते. शर्मा कॉमनवेल्थ गेम्स में अपने भारोत्तोलकों के प्रदर्शन से खुश थे लेकिन मुख्य कोच ने चूके हुए अवसरों पर अफसोस जताया. उन्होंने कहा, ‘यह बेहतर हो सकता था. गोल्ड के दावेदार अजय (सिंह) एक मेडल से चूक गए. संकेत भी गोल्ड से चूक गए और पूनम भी.’
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