May 8, 2025

करमवीर भारत

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पाकिस्तान में आतंक का हेडक्वार्टर तबाह, सड़कों पर सेना और एंबुलेंस, PAK में भारत का इजरायली स्टाइल में वार!

 

नई दिल्ली

22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने अपनी सैन्य रणनीति को और आक्रामक बनाया. भारत ने पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में आतंकी ठिकानों पर सटीक मिसाइल हमले किए. इन हमलों की तुलना इजरायल की सैन्य रणनीति से की जा रही है, जिसमें पहले टारगेट को लॉक किया जाता है, फिर अचूक मिसाइलों से तबाही मचाई जाती है.

पहलगाम हमले और भारत का जवाब

पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने भारत को कड़ा जवाब देने के लिए मजबूर किया. भारत ने 7 मई 2025 को पाकिस्तान के अंदर 9 ठिकानों पर मिसाइल हमले किए. इन ठिकानों में बहावलपुर, मुरीदके, गुलपुर, कोटली, मुजफ्फराबाद और अन्य शामिल थे. इन हमलों को "ऑपरेशन सिंदूर" नाम दिया गया.

भारत की यह रणनीति इजरायल की "सर्जिकल स्ट्राइक" और "प्रीसिशन स्ट्राइक" शैली से प्रेरित मानी जा रही है. इजरायल अक्सर फिलिस्तीन, लेबनान या सीरिया में आतंकी ठिकानों पर बिना बड़े पैमाने पर युद्ध छेड़े सटीक हमले करता है. भारत ने भी 2016 की सर्जिकल स्ट्राइक और 2019 की बालाकोट एयरस्ट्राइक में इसी तरह की रणनीति अपनाई थी.

सड़कों पर पुलिस और आर्मी

यह हमला आतंकवादियों के ठिकानों को खत्म करने के लिए किया गया, जिनकी गतिविधियों का पाकिस्तान से जुड़ा हुआ था. मुरीदके में अस्पताल के बाहर खड़ी एंबुलेंस से जाहिर होता है कि हवाई हमले में आतंकी घायल भी हुए हैं. इसके अलावा सडकों पर पुलिस और आर्मी नजर आ रही है. जो वीडियो सामने आए हैं उसमें दिख रहा है कि आतंकवादियों के हेडक्वार्टर भारत की स्ट्राइक में बुरी तरह तबाह हुए हैं.

मुजफ्फराबाद में भी बड़ा नुकसान

मुजफ्फराबाद में भी भारतीय हमले के बाद बड़ी तबाही देखी गई, जहां आतंक की मस्जिद को नुकसान हुआ है. इस मस्जिद का उपयोग आतंकवादियों द्वारा बैठकें आयोजित करने के लिए किया जाता था. इसके बाद पाकिस्तान द्वारा एलओसी पर लगातार गोलीबारी की जा रही है जिसके बाद पुलिस ने सड़क पर गश्त बढ़ा दी है.

भारत ने सिर्फ आतंकी कैंपों को तबाह किया है. आतंक के जिन नौ ठिकानों को वायु सेना ने निशाना बनाया उनमें शामिल हैं – बहावलपुर, मुरीदके, गुलपुर, भिंबर, चाक अमरू, बाग, कोटली, सियालकोट और मुजफ्फराबाद शामिल है. बहावलपुर में प्रतिबंधित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के हेडक्वार्टर और मुरीदके में लश्कर-ए-तैयबा के हेडक्वार्टर को निशाना बनाया गया.

इजरायली स्टाइल में भारत का वार: समानताएं

प्रीसिशन टारगेटिंग: इजरायल अपने खुफिया तंत्र (मोसाद) और ड्रोन-उपग्रह आधारित निगरानी से दुश्मन के ठिकानों को लॉक करता है. भारत ने भी इस हमले में सैटेलाइट इमेजरी, ड्रोन और रियल-टाइम इंटेलिजेंस का इस्तेमाल किया होगा. भारत का स्वदेशी नेट्रा AWACS (Airborne Warning and Control System) और इसरो के RISAT-2BR1 सैटेलाइट इस तरह के ऑपरेशनों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं.

सुपरसोनिक मिसाइलें: इजरायल की डेलिलाह क्रूज मिसाइल (250 किमी रेंज), SCALP, Hammer और स्पाइक मिसाइलों की तरह, ब्रह्मोस भी कम समय में भारी तबाही मचाने में सक्षम है.

सीमित लेकिन प्रभावी हमला: इजरायल अक्सर बड़े युद्ध से बचते हुए, आतंकी ठिकानों पर सीमित हमले करता है. भारत ने भी PoK और पाकिस्तान के अंदर 10-100 किमी तक घुसकर हमले किए, जैसा कि X पोस्ट्स में दावा किया गया. यह रणनीति बड़े पैमाने पर युद्ध को टालते हुए दुश्मन को कमजोर करती है.

 

पहलगाम में आतंकी हमले में जान गंवाने वाले शुभम द्विवेदी की पत्नी ऐशान्या ने भारत की सेना के एक्शन पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि मैं अपने पति की मौत का बदला लेने के लिए प्रधानमंत्री मोदी को धन्यवाद देना चाहती हूं। 

हमारे पूरे परिवार को पीएम मोदी पर भरोसा

उन्होंने कहा कि मैं बहुत छोटी हूं। मैं ज्यादा क्या कह सकती हूं। हमारे पूरे परिवार को पीएम मोदी पर भरोसा था। उन्होंने आज उसी तरह से जवाब देकर विश्वास को कायम रखा है। शुभम को असली श्रद्धांजलि है। वह जहां भी होंगे आज थोड़ी शांति में होंगे। मेरे पति की मौत का बदला लेने के लिए पीएम मोदी को बहुत-बहुत धन्यवाद। 

शुभम की पत्नी ने भारतीय सेना का भी धन्यवाद अदा किया

शुभम की पत्नी ने भारतीय सेना का भी धन्यवाद अदा किया। उन्होंने कहा ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का नाम सुनकर मैं बहुत ज्यादा भावुक थी। शुभम को शांति मिली होगी। शायद अब ऐसा कृत्य किसी के साथ न हो। यह वह बदला है जिसकी हम मांग रहे थे। हम लोगों ने आतंकवाद की एक-एक जगह को टारगेट किया है और उनकी जगह को नष्ट किया है। यह आतंकवाद पर बड़ा हमला है। सरकार ने जो कहा वह करके दिखाया है। हमें सरकार पर पूरा भरोसा था।

देश की मांग को पूरा करने के लिए पीएम मोदी को सलाम 

शुभम के पिता संजय द्विवेदी ने कहा कि मैं लगातार न्यूज देख रहा हूं। मैं भारतीय सेना को सलाम करता हूं और पीएम मोदी को धन्यवाद देता हूं, जिन्होंने देश की जनता का दर्द सुना। जिस तरह से भारतीय सेना ने पाकिस्तान में पनप रहे आतंकवाद को खत्म किया है, उसके लिए मैं भारतीय सेना को धन्यवाद देता हूं। जबसे हमने यह खबर सुनी है, मेरा पूरा परिवार हल्का महसूस कर रहा है। मैं पीएम मोदी का दिल से शुक्रिया अदा करता हूं, जिन्होंने पाकिस्तान में बैठे आतंकियों के आकाओं के ठिकानों को नष्ट कर दिया है। हम लोगों को जब से खबर मिली, सारी रात टेलीविजन के सामने बैठे थे। देश को फक्र है। सारे देश की जो मांग थी, उसे पूरा किया गया है। 

SEAD (Suppression of Enemy Air Defenses): भारत ने पाकिस्तान के चीनी निर्मित HQ-9 एयर डिफेंस सिस्टम को निष्क्रिय करने के लिए SEAD रणनीति अपनाई. इसमें सुखोई-30 MKI विमानों से Kh-31P एंटी-रेडिएशन मिसाइल और स्वदेशी रुद्रम-1 मिसाइल का इस्तेमाल हुआ. इजरायल भी सीरिया के S-300 सिस्टम को निष्क्रिय करने के लिए ऐसी रणनीति का इस्तेमाल करता है.

पाकिस्तान का एयर डिफेंस और उसकी विफलता

पाकिस्तान ने अपनी हवाई रक्षा के लिए चीनी HQ-9 सिस्टम पर भरोसा किया, जिसकी रेंज 125-200 किमी है. यह सिस्टम 100 टारगेट्स को ट्रैक कर सकता है. 6 मिसाइलों को एक साथ नष्ट करने की क्षमता रखता है. लेकिन भारत की ब्रह्मोस और रुद्रम मिसाइलों ने इस सिस्टम को ध्वस्त कर दिया. कुछ प्रमुख कारण…

तकनीकी अंतर: HQ-9 का रडार भारत के S-400 सिस्टम (400 किमी रेंज) की तुलना में कमजोर है. यह सुपरसोनिक मिसाइलों को ट्रैक करने में सक्षम है, लेकिन रोकने में असफल रहा. 2022 में मियां चन्नू में गलती से गिरी ब्रह्मोस मिसाइल को भी HQ-9 नहीं रोक पाया था.

भारत की स्टील्थ तकनीक: ब्रह्मोस और रुद्रम मिसाइलें कम ऊंचाई पर उड़ान भरती हैं, जिससे रडार डिटेक्शन मुश्किल होता है. SCALP भी रडार में पकड़ नहीं पाती.

जैमिंग और काउंटरमेजर्स: भारत ने इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर सिस्टम जैसे सम्यक और शक्ति का इस्तेमाल कर पाकिस्तानी रडार को जाम किया.

इजरायली रणनीति से प्रेरणा

इजरायल की रणनीति में खुफिया जानकारी, त्वरित कार्रवाई और न्यूनतम नागरिक नुकसान पर जोर होता है. भारत ने भी इस ऑपरेशन में आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया, न कि नागरिक क्षेत्रों को. इजरायल की तरह, भारत ने भी अपने हमलों को सीमित रखा ताकि युद्ध की स्थिति न बने. हालांकि, भारत की चुनौती इजरायल से अलग है, क्योंकि पाकिस्तान एक परमाणु शक्ति है.

सोशल मीडिया की प्रतिक्रिया

X पर यूजर्स ने भारत के इस कथित हमले को "इजरायली स्टाइल" और "पाकिस्तान में तबाही" करार दिया. एक यूजर ने लिखा, "भारत ने ब्रह्मोस से 9 टारगेट्स को तबाह कर दिया. यह इजरायल जैसा सटीक हमला है." एक अन्य यूजर ने कहा "पाकिस्तान का HQ-9 चीनी माल फेल हो गया. भारत की सैन्य ताकत बेमिसाल है."