
श्रीनगर
सत्ताधारी नेशनल कॉन्फ्रेंस जम्मू-कश्मीर को जल्द ही राज्य का दर्जा न मिलने पर सर्वोच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाएगी। नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. फारूक अब्दुल्ला ने स्वयं इसकी पुष्टि करते हुए चेतावनी दी कि अगर हमें हमारे मौलिक राजनीतिक व संवैधानिक अधिकारों से लगातार वंचित रखा गया तो हम चुप नहीं बैठेंगे। आज दक्षिण कश्मीर के पहलगाम में पत्रकारों से बातचीत में डा फारूकअब्दुल्ला ने कहा कि जम्मू कश्मीर में एक निर्वाचित सरकार को सत्ता संभाले हुए आठ माह बीत चुके हैं। मुझे उम्मीद है कि हमें जल्द ही स्टेटहुड का दर्जा मिलेगा और इसके साथ ही प्रदेश सरकार के पास सभी प्रशासनिक अधिकार भी आ जाएंगे ताकि वह आम लोगों की उम्मीदों के अनुरूप पूरी ताकत और प्रभाव के साथ काम कर सके।
डॉ. अब्दुल्ला ने कहा कि केंद्र सरकार जम्मू कश्मीरको राज्य का दर्जा लौटाने में क्यों देरी कररही है, यह केंद्र सरकार को पताहोगा। हम पूरे संयम के साथ राज्य के दर्जे की बहाली का इंतजार कर रहे हैं। अगर यहां इसमें अनावश्यक देरी जारी रही तो फिर हमारे पास सर्वाेच्च न्यायालय में जाने के सिवाय कोई दूसरा विकल्प नहीं होगा।
उन्होंने कहा कि हम जम्मू कश्मीर के लिए राज्य के दर्जे और अन्य अधिकारों की बहाली के लिए लोकतांत्रिक तरीके से शांतिपूर्ण प्रयास जारी रखेंगे,लेकिन हमारे मौलिक राजनीतिक व संवैधानिक अधिकारों से अगर हमें लगातार वंचित रखा जाता है तो हम चुप नहीं बैठेंगे।
ईरान-इजरायल के बीच युद्ध जैसी स्थिति पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए डा फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि खुदा सभी को अक्ल और सब्र दे। मैं अल्लाह से दुआ मांगता हूं कि वह ईरान और इजरायल दोनों को अक्ल दे। यह जंग सिर्फ बरबादी ही लाएगी। दोनों मे जो भी विवाद है, यह जो मसला है, वह बातचीत से ही हल होगा। दुनिया के जो बड़े मुल्क हैं, उनके नेताओं को चाहिए कि वह दोनों में बातचीत ओर सुलह की कोशिश कर इस जंग को समाप्त कराएं।
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