August 15, 2025

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कृष्ण जन्माष्टमी पर अपनाएं तुलसी के ये आसान उपाय, बढ़ाएं धन-समृद्धि

 

तुलसी के पौधे को देवी लक्ष्मी का ही स्वरूप माना जाता है और इसलिए भगवान श्री कृष्ण को तुलसी अति प्रिय है। जन्माष्टमी पर जब हम भगवान श्री कृष्ण के जन्म दिवस का उत्सव बना रहे होते हैं, तब तुलसी का महत्व और भी बढ़ जाता है क्योंकि इस दिन तुलसी के उपाय करने से मनुष्यों को बहुत अधिक लाभ मिलता है। खासतौर पर घर से क्लेश, दुख और आर्थिक समस्याएं कम हो जाती हैं। इस दिन आप भी तुलसी के पौधे की पूजा और कुछ विशेष उपाय करके अपने जीवन की समस्याओं का निवारण और सुख-समृद्धि प्राप्त कर सकती हैं।

जन्माष्टमी 2025 डेट और शुभ मुहूर्त
वैदिक पंचांग के अनुसार, भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि की शुरुआत 15 अगस्त को देर रात 11 बजकर 49 मिनट पर होगी। वहीं, तिथि का समापन 16 अगस्त को रात 09 बजकर 34 मिनट पर होगा। ऐसे में 15 अगस्त को कृष्ण जन्माष्टमी का पर्व मनाया जाएगा। 16 अगस्त की रात को 12 बजकर 04 मिनट से लेकर 12 बजकर 47 मिनट तक शुभ मुहूर्त है। इस दौरान भगवान कृष्ण की उपासना कर सकते हैं। अगर आप भी लड्डू गोपाल को प्रसन्न करना चाहते हैं, तो तुलसी के उपाय जन्माष्टमी पर जरूर करें। इससे साधक को शुभ फल की प्राप्ति होगी।

जन्माष्टमी के दिन घर में तुलसी का पौधा लगाएं
अगर आप वैवाहिक जीवन से जुड़ी समस्या का सामना कर रहे हैं, तो जन्माष्टमी के दिन घर में तुलसी का पौधा लगाएं और रोजाना तुलसी की पूजा-अर्चना करें। आखिरी में तुलसी की परिक्रमा लगाएं। धार्मिक मान्यता के अनुसार, इस उपाय को करने से वैवाहिक जीवन खुशहाल होता है और घर में मां लक्ष्मी का आगमन होता है। वास्तु के अनुसार, तुलसी को घर की पूर्व दिशा में लगाना शुभ माना जाता है।

भोग में तुलसी के पत्ते जरूर शामिल करें
जन्माष्टमी के दिन सुबह स्नान करने के बाद लड्डू गोपाल की पूजा-अर्चना करें और माखन-मिश्री, फल समेत आदि चीजों का भोग लगाएं। भोग में तुलसी के पत्ते जरूर शामिल करें। ऐसा माना जाता है कि भोग में तुलसी के पत्ते शामिल करने से प्रभु प्रसन्न होकर भोग को स्वीकार करते हैं और सभी मुरादें पूरी होती हैं।

तुलसी के पास देसी घी का दीपक जलाएं
जन्माष्टमी के दिन तुलसी के पास देसी घी का दीपक जलाएं और मां लक्ष्मी से जीवन में सुख-शांति की प्राप्ति के लिए कामना करें। इस उपाय को करने से घर में मां लक्ष्मी का वास होता है और नकारात्मक ऊर्जा का नाश होता है।