भोपाल
मध्य प्रदेश में 3 नवंबर को होने वाले 28 विधानसभा सीट के लिए उपचुनाव का प्रचार रविवार को थम गया. चुनाव प्रचार के आखिरी दौर में बीजेपी और कांग्रेस के दिग्गज नेताओं ने पूरा जोर लगाया. उपचुनाव में बीजेपी के स्टार प्रचारक सीएम शिवराज ने सबसे ज्यादा 84 सभाएं और 10 रोड शो कर हर एक विधानसभा सीट को दो से तीन बार नापने की कोशिश की है. इसके अलावा ज्योतिरादित्य सिंधिया ने सबसे ज्यादा चुनावी सभाएं और रोड शो किए हैं. सिंधिया ने 65 चुनावी सभाएं और रोड शो किए हैं. सबसे ज्यादा फोकस सिंधिया का ग्वालियर चंबल इलाके पर रहा है. वहां पर सिंधिया ने हर एक विधानसभा सीट पर दो से तीन बार सभा और रोड शो के जरिए बीजेपी के पक्ष में माहौल बनाने की कोशिश की है.
दूसरी तरफ, कांग्रेस में कमलनाथ पर ही चुनाव प्रचार की जिम्मेदारी रही. कमलनाथ ने कुल 37 सभाएं और रोड शो के जरिए कांग्रेस के पक्ष में माहौल बनाने का काम किया. कमलनाथ हर एक विधानसभा सीट पर एक बार पहुंचे. कुछ विधानसभा सीटों पर कमलनाथ दो बार भी प्रचार करने गए. ग्वालियर-चंबल क्षेत्र में कमलनाथ का सबसे ज्यादा जोर रहा. कमलनाथ ने चुनाव प्रचार का समापन भी ग्वालियर में चुनावी सभा को संबोधित करने के बाद किया.
किस नेता ने कितनी की सभाएं
- मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान- 84 सभाएं और 10 रोड शो
- ज्योतिरादित्य सिंधिया – 65 सभाएं और 5 रोड शो
- वीडी शर्मा – 46 सभाएं और रोड शो
- नरेंद्र सिंह तोमर – 50 सभाएं
- उमा भारती – 21 सभाएं
- नरोत्तम मिश्रा -30 सभाएं
- लाल सिंह आर्य -25 सभाएं,
- थावरचंद गहलोत -6 सभाएं
- प्रह्लाद पटेल -3 सभाएं
कांग्रेस की ओर से कमलनाथ ने सबसे ज्यादा 37 सभाएं की हैं. कमलनाथ ने 28 विधानसभा सीटों पर कांग्रेस का झंडा बुलंद करने का काम किया है. कांग्रेस में चुनाव प्रचार पर नजर डालें तो पीसीसी चीफ कमलनाथ ने 37 सभाएं और कई कार्यकर्ता सम्मेलन किया. वहीं, दिग्विजय सिंह 6, सचिन पायलट 6 और जीतू पटवारी ने 40 सभाएं और 5 रोड शो किया है. इसी तरह डॉक्टर गोविंद सिंह ने 30 सभाएं और जनसंपर्क कार्यक्रम में हिसा लिया है. इसके अलावा कांग्रेस नेता अजय सिंह, अरुण यादव और जयवर्धन सिंह समेत आचार्य प्रमोद कृष्णन, भूपेश बघेल ने भी कांग्रेस के पक्ष में माहौल बनाने का काम किया है.
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