December 24, 2024

करमवीर भारत

ताज़ा हिंदी ख़बरें

बिशप पीसी सिंह चेयरमैन द बोर्ड ऑफ के घर EOW छापा ,नकदी और विदेशी मुद्रा बरामद

 

जबलपुर
जबलपुर में द बोर्ड ऑफ एजुकेशन चर्च ऑफ नॉर्थ इंडिया के चेयरमैन बिशप पीसी सिंह के घर गुरुवार को आर्थिक अन्वेषण ब्यूरो ( EOW) ने दबिश दी। उन पर आरोप है कि उन्होंने कूट रचित दस्तावेज तैयार कर मूल सोसाइटी का नाम बदल दिया। चेयरमैन रहते हुए तकरीबन 2 करोड़ 70 लाख रुपए धार्मिक संस्थाओं को ट्रांसफर किए। अपराध से संबंधित दस्तावेजों की तलाशी के चलते छापेमार कार्यवाही की है, इस कार्रवाई में टीम को जमीनो के दस्तावेज तो मिले है, इसके साथ ही बड़ी संख्या में नकदी भी मिली है, इसके साथ ही इस छापे में बिशप के घर से विदेशी मुद्रा भी मिली है, फिलहाल नकदी गिनने के लिए एसबीआई की टीम बुलाई गई है। गौरतलब है कि ईओडब्ल्यू (Eow) को शिकायत में पीसी सिंह द्वारा पद का दुरुपयोग कर बड़ी गड़बड़ियां करने की जानकारी मिली थी। जिसके बाद जबलपुर एसपी देवेन्द्र सिंह राजपूत ने टीम गठित कर कार्रवाई के निर्देश दिए।

उप-पुलिस अधीक्षक मनजीत सिंह की अगुवाई में ईओडब्ल्यू की टीम ने गुरुवार सुबह बिशप पीसी सिंह चेयरमैन द बोर्ड ऑफ एजुकेशन चर्च आफ नॉर्थ इंडिया जबलपुर डायोसिस के ठिकानों पर पहुंची। बता दे ईओडब्ल्यू को शिकायत प्राप्त हुई थी, जिसमें लिखा गया था कि पीसी सिंह ने कूट रचित दस्तावेजों के आधार पर लगभग 2 करोड़ 70 लाख रुपए का हेरफेर और गबन किया है।

 

शिकायत में बताया गया की सिंह ने अपने पद का दुरुपयोग कर पहले मुंह से सिटी के नाम में परिवर्तन किया और उसके बाद सोसायटी का चेयरमैन बंद कर सोसाइटी की विभिन्न शैक्षणिक संस्थाओं में प्राप्त होने वाली छात्रों की फीस की राशि का उपयोग धार्मिक संस्थाओं को चलाने एवं स्वयं के उपयोग में लेकर पैसे का गलत इस्तेमाल किया। EOW टीम ने जब शिकायत की जांच की तब उसमें पाया गया विशेष में संस्थाओं से वर्ष 2004-05 से लेकर वर्ष 2011-12 के बीच लगभग 2 करोड़ 70 लाख रुपए की राशि धार्मिक संस्थाओं को ट्रांसफर की गई है और कुछ राशि का गबन भी किया गया है। जिसके बाद आरोपी बिशप पीसी सिंह और तत्कालीन असिस्टेंट रजिस्ट्रार फर्म्स एंड संस्थाएं जबलपुर बी एस सोलंकी के खिलाफ धारा 406, 420, 468, 471, 120 बी मैं प्रकरण पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया है। इस पूरे प्रकरण की कि जांच में उप पुलिस अधीक्षक मनजीत सिंह के साथ उप निरीक्षक विशाखा तिवारी की अहम भूमिका रही।