
मंडला
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव 14 अगस्त को मंडला में बलराम जयंती पर प्रदेश के किसानों को मुख्यमंत्री किसान कल्याण योजना वर्ष 2025-26 की दूसरी किस्त का किसानों के खाते में अंतरण करेंगे। इस योजना से प्रदेश के 83 लाख किसान हितग्राही लाभांवित होंगे। मुख्यमंत्री किसान कल्याण योजना सितंबर 2020 से लागू की गई है। इस योजना में लाभांवित किसानों को प्रतिवर्ष 6 हजार रुपये की सहायता प्रदान की जाती है। यह राशि पीएम किसान सम्मान निधि योजना के अलावा है। मार्च 2025 तक 83 लाख से अधिक किसान हितग्राहियों को 17,500 करोड़ का वित्तीय समर्थन दिया गया है। कार्यक्रम में कृषि तथा संबंधित क्षेत्र की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान को प्रतिपादित करने संबंधी गतिविधियों का आयोजन भी किया जाएगा।
मुख्यमंत्री किसान कल्याण योजना क्या है और कब शुरू हुई?
सितंबर 2020 में शुरू हुई मुख्यमंत्री किसान कल्याण योजना किसानों की आय को स्थिर और सुदृढ़ बनाने के उद्देश्य से लागू की गई थी। इसके तहत प्रत्येक किसान को ₹6,000 प्रति वर्ष की सहायता राशि दी जाती है। खास बात यह है कि यह राशि पीएम किसान सम्मान निधि योजना के अलावा है, यानी किसानों को दोनों योजनाओं से अतिरिक्त लाभ मिलता है।
83 लाख किसानों तक पहुंचा 17,500 करोड़ का लाभ-कैसे?
योजना लागू होने से लेकर मार्च 2025 तक, 17,500 करोड़ रुपये से अधिक की राशि सीधे किसानों के बैंक खातों में डाली गई है। इस बार दूसरी किस्त के तहत किसानों के खातों में करोड़ों रुपये का सीधा ट्रांसफर होगा, जिससे खरीफ सीजन में किसानों को आर्थिक मजबूती मिलेगी।
अब तक ₹17,500 करोड़ का समर्थन
वर्ष 2025 के मार्च माह तक इस योजना के अंतर्गत प्रदेश के 83 लाख से अधिक किसान हितग्राहियों को ₹17,500 करोड़ से अधिक का वित्तीय सहयोग प्रदान किया जा चुका है। अब 14 अगस्त को मुख्यमंत्री स्वयं अगली किस्त किसानों के खातों में ट्रांसफर करेंगे।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री किसानों से सीधा संवाद भी करेंगे और कृषि क्षेत्र से जुड़ी गतिविधियों को प्रोत्साहित करने के लिए विशेष आयोजन किए जाएंगे। इसमें कृषि, पशुपालन, उद्यानिकी और अन्य संबंधित क्षेत्रों की अर्थव्यवस्था में योगदान पर भी फोकस किया जाएगा।
कृषकों की समृद्धि के लिए निरंतर प्रयास
प्रदेश सरकार किसानों की आय बढ़ाने और उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के लिए निरंतर प्रयास कर रही है। मुख्यमंत्री किसान कल्याण योजना इसी दिशा में एक मजबूत कदम है। राज्य सरकार का लक्ष्य है कि किसान न केवल आर्थिक रूप से सशक्त बनें, बल्कि आधुनिक तकनीक, प्रशिक्षण और योजनाओं का लाभ लेकर कृषि उत्पादन को भी बढ़ाएं। कार्यक्रम में राज्य के वरिष्ठ अधिकारी, कृषि विभाग के प्रतिनिधि, जनप्रतिनिधि और बड़ी संख्या में किसान शामिल होंगे।
14 अगस्त के कार्यक्रम में क्या होगा खास?
स्थान: मंडला, मध्यप्रदेश
अवसर: बलराम जयंती
मुख्य अतिथि: मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव
लाभार्थी: 83 लाख किसान
योजना का चरण: वर्ष 2025-26 की दूसरी किस्त इस मौके पर कृषि और इससे जुड़े क्षेत्रों की अर्थव्यवस्था में योगदान को प्रदर्शित करने वाली गतिविधियां भी होंगी।
बलराम जयंती पर किसानों को तोहफा क्यों?
बलराम जयंती कृषि परंपरा और मेहनतकश किसान के सम्मान का प्रतीक मानी जाती है। इसे किसानों की मेहनत, भूमि और उत्पादन की शक्ति को समर्पित माना जाता है। ऐसे में इस दिन योजना की किस्त जारी करना न केवल आर्थिक मदद है बल्कि एक प्रतीकात्मक सम्मान भी है।
किसानों के लिए इस योजना के क्या हैं मायने?
खरीफ और रबी दोनों सीजन में आर्थिक स्थिरता
बुआई, खाद और बीज खरीद में मदद
खेती के साथ-साथ पशुपालन और बागवानी में निवेश की संभावना
पीएम किसान योजना के साथ डबल लाभ
क्या आप भी लाभार्थी हैं?
ऐसे करें जांच यदि आप इस योजना के पात्र हैं तो अपने किसान पंजीयन नंबर या आधार नंबर से राज्य सरकार की आधिकारिक पोर्टल पर स्टेटस चेक कर सकते हैं। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का यह कदम किसानों के मनोबल को बढ़ाने के साथ उनकी आजीविका को और मज़बूती देगा।
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