
भारतीय वास्तुशास्त्र एक प्राचीन विद्या है जो हमारे जीवन में ऊर्जा के प्रवाह को संतुलित करने के सिद्धांतों पर आधारित है। वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर के हर कोने की ऊर्जा हमारे मानसिक, भावनात्मक और भौतिक जीवन को प्रभावित करती है। खासकर, बेडरूम जहां हम दिन का महत्वपूर्ण समय आराम और अपने जीवनसाथी के साथ बिताते हैं वहां की सजावट, रंग, दिशा और प्रकाश का बहुत महत्व होता है। इसलिए वास्तु शास्त्र में बेडरूम की दिशा, फर्नीचर की व्यवस्था, दीवारों का रंग और यहां तक कि लाइटिंग की भी विस्तृत चर्चा की गई है। लाइट या प्रकाश का प्रभाव हमारी भावनाओं और विचारों पर पड़ता है। सही रंग और तीव्रता की लाइटिंग आपके रिश्ते को न केवल सशक्त बनाती है बल्कि मन में सकारात्मक ऊर्जा और शांति भी भर देती है।
गुलाबी रंग की लाइट
गुलाबी रंग को प्रेम, सौहार्द और कोमलता का प्रतीक माना जाता है। यह रंग रोमांस और भावनात्मक जुड़ाव को बढ़ावा देता है। बेडरूम में हल्की गुलाबी रोशनी लगाने से जीवनसाथी के बीच प्रेम और स्नेह बढ़ता है। यह भावनात्मक नजदीकी को मजबूत करने में मदद करती है।
क्रीम या हल्का बेज रंग
यह रंग स्थिरता और शांति का प्रतीक है। क्रीम रंग की रोशनी बेडरूम में एक शांत और सुकून देने वाला वातावरण बनाती है। यह रंग तनाव को कम करता है और गहरे विचारों व संवाद के लिए उपयुक्त माहौल देता है। दंपति के बीच तालमेल बढ़ाने में यह बहुत मददगार होता है।
हल्का नीला रंग
नीला रंग मानसिक शांति, विश्वास और ईमानदारी से जुड़ा होता है। हल्की नीली रोशनी बेडरूम में लगाने से मानसिक तनाव कम होता है और आपसी भरोसा मजबूत होता है। यह गहरी नींद के लिए भी सहायक है, जिससे स्वास्थ्य पर भी सकारात्मक असर पड़ता है।
गर्म पीली लाइट
गर्म पीली रोशनी सकारात्मकता, ऊर्जा और आत्मीयता का प्रतीक है। यह रंग गर्मजोशी और सुखद वातावरण तैयार करता है। इससे रिश्तों में मिठास और जीवन में जीवंतता आती है। यह खासकर उन लोगों के लिए उपयुक्त है जो थकान के बाद सुकून चाहते हैं।
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