
नई दिल्ली
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले के बाद भारत के सख्त कूटनीतिक रुख और दंडात्मक उपायों ने पाकिस्तान में भूचाल ला दिया है. बाकी सारी चीजें ढंकी-छिपी है, लेकिन शेयर बाजार में सारी चीजें साफ है. पाकिस्तान का सेंसेक्स याने (कराची स्टॉक एक्सचेंज) KSE-100 इंडेक्स 2,224.45 (-1.90%) गिरावट के साथ 115,001.70 पर ट्रेडिंग खत्म होने के समय चल रहा है.
तनाव में उल्लेखनीय वृद्धि के तहत, भारत ने कश्मीर के पहलगाम में हुए घातक हमले के बाद पाकिस्तान के साथ सिंधु जल संधि (IWT) को निलंबित कर दिया है, जिसमें कम से कम 26 लोगों की जान चली गई और 17 अन्य घायल हो गए. इस घटना में लोकप्रिय ग्रीष्मकालीन गंतव्य में पर्यटकों को निशाना बनाया गया, जिसके कारण पाकिस्तान ने तेजी से बिगड़ती स्थिति का आकलन करने के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा समिति की बैठक बुलाई है.
जल-बंटवारे के लिए लंबे समय से चले आ रहे समझौते, IWT को निलंबित करना एक तीखे कूटनीतिक कदम को दर्शाता है और यह भारत द्वारा व्यापक दंडात्मक उपायों के बीच हुआ है. इन कदमों का पाकिस्तान पर पहले से ही आर्थिक प्रभाव पड़ रहा है.
इस बीच अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने चालू वित्त वर्ष के लिए पाकिस्तान के सकल घरेलू उत्पाद की वृद्धि के पूर्वानुमान को घटाकर 2.6% कर दिया है, जो पहले के अनुमानों से कम है. अगले वित्त वर्ष के लिए वृद्धि अब 3.6% अनुमानित है, जबकि मुद्रास्फीति बढ़कर 7.7% होने की उम्मीद है.
दबाव को बढ़ाते हुए पाकिस्तानी वस्तुओं पर लगाए गए नए व्यापार शुल्क से देश के प्रमुख निर्यातों को नुकसान पहुँचने की उम्मीद है. एक सरकारी थिंक टैंक ने चेतावनी दी है कि इसे आर्थिक विविधीकरण के लिए एक चेतावनी के रूप में काम करना चाहिए.
More Stories
सोने के बढ़ते दामों का असर,अक्षय तृतीया 30 अप्रैल को है और सर्राफा बाजारों से रौनक कम
भारत में फ्लिपकार्ट की घर वापसी की तैयारी, ई-कॉमर्स कंपनी अपना मुख्यालय सिंगापुर से करेगी स्थानांतरित
₹15 लाख करोड़ के पार हुई HDFC Bank का मार्केट कैप, दो कंपनियां पहले हासिल कर चुकीं यह मुकाम