
नई दिल्ली
दिल्ली में लगातार दो बार रिकॉर्ड बहुमत हासिल करने वाली आम आदमी पार्टी (आप) को इस बार बड़ी शिकस्त का सामना करना पड़ा। पार्टी 70 में से महज 22 पर जीत हासिल कर पाई। ना सिर्फ पार्टी हारी बल्कि इसके मुखिया अरविंद केजरीवाल, उनके दाएं-बाएं हाथ मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन समेत कई बड़े चेहरे अपनी सीट भी नहीं बचा पाए। आप के इस हाल पर जहां भाजपा-कांग्रेस की ओर से तंज कसा जा रहा है तो कभी अरविंद केजरीवाल के बेहद करीबी रहे लोग भी उन पर सवाल उठा रहे हैं। आम आदमी पार्टी के संस्थापक सदस्य रहे प्रशांत भूषण ने तो इस हार को पार्टी के अंत की शुरुआत बताया है।
सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील प्रशांत भूषण और उनके पिता शांति भूषण की आम आदमी पार्टी के गठन में अहम भूमिका था। लेकिन कुछ ही सालों में मतभेद के बाद उन्हें पार्टी से बाहर कर दिया गया था। प्रशांत भूषण ने अब दिल्ली चुनाव नतीजों को लेकर अरविंद केजरीवाल को निशाने पर लिया। उन्होंने कहा कि दिल्ली में आम आदमी पार्टी की हार के लिए केजरीवाल ही मुख्यतौर पर जिम्मेदार हैं।
प्रशांत भूषण ने गठन के समय पार्टी के उद्देश्यों और मौजूदा स्थिति का जिक्र करते हुए एक्स पर लिखा, 'एक पार्टी जो वैकल्पिक राजनीति के लिए बनी और जिससे पारदर्शी, जवाबदेह और लोकतांत्रिक होने की उम्मीद थी, जल्द ही अरविंद ने उसे सुप्रीमो के दबदबे वाली, गैर पारदर्शी और भ्रष्ट पार्टी में बदल दिया, जिसने लोकपाल को आगे नहीं बढ़ाया और अपना ही लोकपाल हटा दिया।'
प्राशंत भूषण ने कथित शीशमहल और लग्जरी कारों में घूमने का आरोप लगाकर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा, ‘उन्होंने (केजरीवाल) अपने लिए 45 करोड़ रुपए का शीशमहल बनाया और लग्जरी कारों में सफर करने लगे। आम आदमी पार्टी की तरफ से गठित एक्सपर्ट कमिटी की 33 डिटेल पॉलिसी रिपोर्ट को यह कहते हुए कूड़ेदान में डाल दिया कि समय पर नीतिया अपनाई जाएंगी। उन्होंने लगा कि झूठ और प्रोपेगेंडा से राजनीति की जा सकती है। यह आप के अंत की शुरुआत है।’
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