नई दिल्ली
इंडिया वर्सेस ऑस्ट्रेलिया तीसरे टेस्ट के बाद स्टार ऑफ स्पिनर आर अश्विन ने अचानक रिटायरमेंट का ऐलान दिया है। सीरीज के बीच उनका ऐसे टीम का साथ छोड़ना हर किसी के लिए बहुत बड़ा झटका है। अश्विन ने एडिलेड में खेले गए पिंक बॉल टेस्ट के रूप में अपना आखिरी इंटरनेशनल मुकाबला खेला, उन्होंने अपने करियर में कुल 106 टेस्ट मैचों की 200 पारियों में 24.01 की शानदार औसत और 50.74 के स्ट्राइक रेट के साथ 537 विकेट चटकाए। भारत ने जो पिछले 12-13 सालों से घर पर दबदबा बनाया हुआ था उसमें आर अश्विन का अहम रोल था। इसके अलावा अश्विन ने 116 वनडे में 156 और 65 टी20 में 72 विकेट लिए हैं। आइए अश्विन के उन रिकॉर्ड्स पर एक नजर डालते हैं जिनकी वजह से उन्हें रिटायरमेंट के बाद भी याद किया जाएगा।
अश्विन के नाम 537 टेस्ट विकेट हैं, जो टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में किसी भारतीय द्वारा लिए गए दूसरे सबसे ज्यादा विकेट हैं, उनसे आगे सिर्फ अनिल कुंबले हैं। वहीं वर्ल्ड क्रिकेट में वह 7वें सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं।
उन्होंने घरेलू मैदान पर 475 विकेट लिए, जो किसी भारतीय गेंदबाज द्वारा लिए गए दूसरे सबसे ज्यादा विकेट हैं। वे अनिल कुंबले से 1 विकेट पीछे रहे, जिन्होंने 476 विकेट लिए थे।
उन्होंने 11 बार प्लेयर ऑफ द सीरीज के अवॉर्ड जीते हैं, जो टेस्ट मैच क्रिकेट में किसी भी खिलाड़ी द्वारा जीते गए सबसे अधिक पुरस्कार हैं। उनके अलावा श्रीलंका के लीजेंड स्पिनर मुथैया मुरलीधरन भी संयुक्त रूप से पहले स्थान पर हैं। इसके अलावा, सभी प्रारूपों में उनके नाम 7वां सबसे अधिक पुरस्कार है।
वह 98 मैचों में 500 टेस्ट विकेट लेने वाले दूसरे सबसे तेज गेंदबाज हैं।
उन्होंने एक पारी में 37 बार 5 विकेट लिए हैं, जो मुरलीधरन के बाद दूसरे सबसे अधिक हैं।
उन्होंने टेस्ट मैचों में बेन स्टोक्स को 13 बार आउट किया, जो किसी भारतीय गेंदबाज द्वारा किसी बल्लेबाज को आउट करने की सर्वाधिक संख्या है।
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